कूड़ा व प्लास्टिक प्रबंधन की मेयर व नगरायुक्त जान रहे बारीकियां
-सूरत व अहमदाबाद में प्रदेश के सभी 17 निगमों के मेयर व नगरायुक्तों के लिए पांच दिवसीय चल रहा प्रशिक्षण
सहारनपुर। सरकार की ओर से सहारनपुर के मेयर डॉ.अजय कुमार सिंह व नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज स्वच्छ भारत मिशन के तहत कूड़ा निस्तारण व प्लास्टिक प्रबंधन को समझने और जानने के लिए सूरत व अहमदाबाद पहुंचे हैं। सहारनपुर सहित प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों के मेयर व नगरायुक्तों की पांच दिवसीय एक्सपोजर विजिट में अनेक संयंत्रों व स्थलों का निरीक्षण कराया जायेगा और शहरी नियोजन में सहायक नयी तकनीकों व प्रथाओं को साझा किया जायेगा।
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व जल संरक्षण में अच्छी प्रथाओं और नयी तकनीक पर कार्य करते हुए प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों में भी कार्य हो, जिससे वहां नगरीय विकास को गति देते हुए शहरों का सौंदर्यीकरण किया जा सके, इसके लिए भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों के मेयर व नगरायुक्तों को सूरत एवं अहमदाबाद में एक विशेष पंाच दिवसीय एक्सपोजर विजिट पर भेजा गया है। यह विजिट एक अगस्त से पंाच अगस्त तक रखी गयी है।
नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत विकसित आईसीसीसी सूरत में आयोजित कार्यशाला के अतिरिक्त सभी निगमों के मेयर व नगरायुक्तों की टीम फिलहाल सूरत में विभिन्न स्थलों पर विजिट करते हुए नयी तकनीक व कूड़ा-कचरा प्रबंधन पर जानकारी ले रही है। इस दौरान मेयर व नगरायुक्तों की टीम को प्लास्टिक प्रबंधन के लिए एक संयंत्र का निरीक्षण कराते हुए, विस्तार से जानकारी दी गयी है कि किस प्रकार पीपीपी मोड पर प्लास्टिक संयंत्र स्थापित कर प्लास्टिक का पुर्नचक्रण किया जा सकता है। छोटे-छोटे डिब्बों में नमूने के तौर पर रखे गए पुर्नचक्रित प्लास्टिक छर्रे भी विजिट के दौरान प्रदर्श किये गए हैं।
मेयर डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि शहरी नियोजन और प्रबंधन में नयी तकनीक और अच्छी प्रथाओं के सम्बंध में सूरत में काफी कुछ नया जानने और समझने को मिल रहा है। निश्चय ही इसका लाभ हमारे शहर को भी मिलेगा। प्लास्टिक प्रबंधन और कूड़ा प्रबंधन में हम अपने शहर में भी नयी तकनीक व प्रबंधन का लाभ लेने का प्रयास करेंगे। मेयर डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार पूरे देश समग्र विकास के लिए श्रेष्ठ शहरी नियोजन और प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे रही है।