फोटो-सहारनपुर स्मार्ट सिटी लि. सहारनपुर की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स बैठक को सम्बोधित करते हुए स्मार्ट सिटी चेयरमैन/मंडलायुक्त डॉ.हृषिकेश भास्कर यशोद।
निगम के वाहनों की आईसीसीसी से मॉनीटरिंग कराएं: मंडलायुक्त
- सर्किट हाउस में हुई एसएससीएल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक
सहारनपुर। सहारनपुर स्मार्ट सिटी चेयरमैन/मंडलायुक्त डॉ.हृषिकेश भास्कर यशोद ने निगम के वाहनों एवं अन्य व्यवस्थाओं को जीपीएस के माध्यम से आईसीसीसी से जोड़कर मॉनीटरिंग कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने घंटाघर पर सड़कों का कार्य भी यथाशीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिए।
डॉ. हृषिकेश सर्किट हाउस में सहारनपुर स्मार्ट सिटी लि. सहारनपुर (एसएससीएल) की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्मार्ट सिटी के डीजीएम सिविल दिनेश सिंघल को राकेश केमिकल पुल की एप्रोच के सम्बंध में एक सप्ताह के भीतर डीपीआर ई-वैल्यूवेशन सम्बंधी कार्रवाई पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में स्मार्ट सिटी ब्रांडिंग की चर्चा पर सीईओ/ नगरायुक्त संजय चौहान ने सुझाव दिया कि यदि सिटी की ब्रांडिंग की जाए तो स्मार्ट सिटी की ब्रांडिंग स्वतः हो जायेगी। स्मार्ट सिटी की समस्त परियोजनाएं उसी में सम्मलित हो जायेगी। इस पर मंडलायुक्त ने स्मार्ट सिटी अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर सिटी ब्रांडिंग के सम्बंध में प्रस्ताव संकलित करने के निर्देश दिए। महाड़ी के निकट निर्माणाधीन सरोवर व शहर के पार्को का सौंदर्यीकरण कराने पर भी जोर दिया।
डॉ. हृषिकेश ने आईसीसीसी को संचालित करने वाली कार्यदायी संस्था एनईसी के प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देश दिए कि वे टैªफिक पुलिस से समन्वय बनाते हुए इंटेलीजेंट टैªफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) को शीघ्र क्रियाशील कराएं। मंडलायुक्त ने कुछ परियोजनाओं का विशेष टेक्नीकल ऑडिट क्यूसीआई से कराने का सुझाव दिया। वित्तीय प्रगति पर चर्चा के दौरान उन्होंने वित्त अनुभाग को निर्देश दिए कि जिन परियोजनाओं में वित्तीय बचत हो रही है, उसका आगणन एक सप्ताह में कर लें।
एसडीए द्वारा स्मार्ट सिटी के तहत कराये जा रहे कंपनी बाग के पुर्नजीर्णोद्धार कार्य का स्क्रीन पर प्रजेंटेशन भी दिया गया। बैठक में जिलाधिकारी मनीष बंसल, वीसी एसडीए संतोष कुमार राय, स्वतंत्र निदेशक प्रमोद सडाना, हाइडल चीफ एस के अग्रवाल, स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी गगन, मुख्य अभियंता निर्माण बी के सिंह व कंपनी सचिव शंकर तायल सहित अनेक विभागों के अधिकारी शामिल रहे।