( आज दिनांक 6. 9.11.2023 का राज्य स्थापना के 24 वे वर्षगांठ पर पदमपुर स्थित कार्यालय में कोटद्वार महानगर के अध्यक्ष श्री गुलाब सिंह रावत की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड राज्य के शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर उत्तराखंड की दिशा व दशा पर गोष्ठी का आयोजन किया गया, वक्ताओ द्वारा विचार रखते हुए कहा राज्य बने 23 वर्ष बीत गये परन्तु शहीदों व आंदोलनकारियो के अनुरूप राज्य का निर्माण नही हुआ साथ ही राज्य बनने से पहले जो अधिकार थे वह भी अब समाप्त हो गए है, जिस जल जंगल जमीन उपयोग उत्तराखण्डवासियों द्वारा होना था उसे भी कड़े कानून होते हुए समाप्त हो गये. 23 वर्षो के बाद भी उत्तर प्रदेश से परिसम्पतियों पूर्णतः बटवारा नही हो पाया है, जिस जल पर उत्तराखण्ड वासियों द्वारा उपयोग किया जाना था, उसमें राज्य बनते समय पांच राज्यों साझेदारी सुनिश्वित कर दी गयी, जो 12% बिजली पानी का अधिकार उत्तराखंड को मिलना था, उसका भी बटवारा नहीं हो पाया है।, साथ ही उत्तराखण्ड वासियों का मूल निवास था उसे भी स्थायी निवास में बदल दिया गया, जिसमें राष्ट्रीय दलों की सरकारों द्वारा कोई पहल नही की गयी, साथ ही जो लचीला भू कानून था उसे पाया भी समाप्त कर दिया जिससे की बाहरी लोगो द्वारा राष्ट्रीय दलों की सरकारों की सह पर खरीद फरोक्त कर दिया गया। आज की बैठक में जिला पौड़ी प्रभारी श्री महेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय संगठन मन्त्री श्री पंकज उनियाल, पितृशरण जोशी, प्रकाश बमराड़ा, दिनेश चंद्र सत्ती, भगवती प्रमाद कण्डवाल संजू कश्यप,’शशिकान्त, कमलेश कुकरेती, पुष्कर सिंह रावत, अभिमन्यू सिंह रावत, सुरेंद्र भाटिया, मनोज डबराल, मनोहर सिंह नेगी, राजी रावत, चंद्र सिंह रावत, हरीश बहुखंडी, दलवीर सिंह आदि उपस्थित सभी ने अपने विचार व्यक्त किए,
जिला पौड़ी प्रभारी
साभार -अनूप पंवार (प्रबंध संपादक)