- जनप्रतिनिधियों द्वारा अपनी बात सदन में रखना लोकतंत्र की मजबूती: निम
- महापौर ने पार्षदों के निगम में बैठने और ऑफिस बनाने का दिया सुझाव
सहारनपुर। महापौर डॉ. अजय कुमार की अध्यक्षता में जनमंच सभागार में हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक में कार्यकारणी समिति द्वारा पारित वर्ष 2023-24 का 461 करोड़ 96 लाख का पुनरीक्षित बजट लेखाधिकारी द्वारा रखा गया जिसे सर्व सम्मति से पारित किया गया। बोर्ड बैठक को सम्बोधित करते हुए महापौर डॉ.अजय कुमार व विधायक देवेन्द्र निम ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा अपनी बात सदन में रखना लोकतंत्र की मजबूती है, लेकिन यह भी जरुरी है कि जनप्रतिनिधि नियमों का अध्ययन कर नियमों के तहत ही सदन की मर्यादा को बनाये रखते हुए व्यवस्था पर सवाल उठाएं, किसी अधिकारी को व्यक्तिगत रुप से लक्षित न करें। महापौर ने कहा कि किसी भी अधिकारी पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाना सदन की गरिमा के खिलाफ होगा। विधायक निम ने आधिकारियों व पार्षदों के बीच समन्वय तथा निगम कार्यप्रणाली की पारदर्शिता पर जोर दिया। बैठक में अनेक पार्षदों ने जोरदार ढंग से अनेक समस्याओं को उठाया। महापौर, नगरायुक्त व अन्य अधिकारियों ने पार्षदों के सवालों के जवाब दिए।
पार्षद के के बत्रा और इमरान सैफी कुछ शौचालयों के बंद पडे़ होने की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्हें खुलवाने की मांग की। पार्षद मनोज प्रजापति ने अपने घर के सामने सफाई की समस्या का मुद्दा उठाया। इस पर महापौर ने अधिकारियों को पार्षदों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए 24घंटे के भीतर सफाई कराने तथा शौचालयों को खुलवाकर किसी एनजीओ को देने के निर्देश दिए ताकि उन्हें सुचारु रुप से चलाया जा सके। दिग्विजय चौहान ने पार्को के रखरखाव पर ध्यानाकर्षित किया जिस पर महापौर ने कहा कि निगम उद्यान विभाग को स्वावलंबी बनाने के लिए मालियों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहा है ताकि निगम की अपनी एक पौधशाला विकसित की जा सके और बाहर से महंगे पौधे न खरीदने पडे़। पार्षद अमित त्यागी की मांग पर महापौर ने पार्षदों के निगम में बैठने और ऑफिस बनाने का सुझाव दिया।
पार्षद संजीव कर्णवाल व पार्षद मंसूर ने लिकेज के ठेके को लेकर सवाल उठाए तो महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी दशा में टेंडर को लेकर ऐसी व्यवस्था से बचा जाए जिससे नगर निगम को वित्तीय हानि हो सकती हो। पार्षद ज्योति अग्रवाल कुष्ठ आश्रम की दुकानों को लेकर सवाल उठाया जिस पर महापौर ने बताया कि इस मामले को एक समिति देख रही है। पार्षद राजूसिंह द्वारा विभिन्न वार्डो में खडेत्र निगम के रेहड़ों के मुददे पर नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ने बताया कि विभिन्न वार्डो में जो 12 ऑफिस बनाये जा रहे है वह इसी लिए बनाये जा रहे ताकि वहां ऐसा सामान रखा जा सके। पार्षद मंसूर बदर ने कहा कि लोेगों को जो टैक्स सम्बंधी नोटिस भेजे जा रहे है वह किस नियम के तहत भेजे जा रहे है और क्या निगम में मजिस्ट्रेटी अधिकार वाला कोई अधिकारी है। इस पर सदन प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि नोटिस नियमानुसार भेजे जा रहे है तथा निगम अधिनियम में कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेट की आवश्यकता नहीं है।
संजीव कर्णवाल द्वारा सफाई नायकों के सवाल पर महापौर ने निर्देश दिए कि जिन सफाई नायकों को एक ही वार्ड में तीन साल हो गए हैं और उनकी शिकायतें भी है ऐसे सफाई नायकों को तुरंत स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया। पार्षद फहाद सलीम ने वार्ड 44 रेंच के पुल का सौंदर्यीकरण व हाई मास्ट लगायी जाए। इसके अलावा पार्षद अभिषेक अरोड़ा ने भी अनेक मुद्दों को उठाया, जिन पर नगरायुक्त व महापौर ने उनके सवालों का जवाब दिया। बोर्ड बैठक में अपर नगरायुक्त राजेश यादव, एस के तिवारी, मुख्य अभियंता निर्माण बी के सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी तथा पार्षदगण मौजूद रहे।